चौ. हेम डागर, एक नाम जो हरियाणा के किसानों के लिए आशा और प्रेरणा का प्रतीक है। उनके काम ने किसानों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं, और उनके योगदान को आज भी सराहा जाता है। आइए जानते हैं कि उन्होंने किसानों के हित में कौन-कौन से महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष:
चौ. हेम डागर ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सशक्त आवाज उठाई। उन्होंने बताया कि कुछ लोग एक नई जाति का निर्माण कर रहे हैं, जिसे ‘नॉन-जाट’ कहा जा रहा है, जबकि ऐसा कोई ऐतिहासिक आधार नहीं है। उनकी इस पहल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़े जाने वाले संघर्ष को एक नई दिशा दी और किसानों को निष्पक्षता का विश्वास दिलाया।
सोनिया गांधी की रक्षा:
राजनीतिक माहौल में, हेम डागर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का खुलकर समर्थन किया। उन्होंने सोनिया गांधी की त्याग की भावना और प्रधानमंत्री बनने के प्रस्ताव को ठुकराने की बात को उजागर किया। डागर ने उन लोगों की आलोचना की जिन्होंने मुख्यमंत्री पद न मिलने पर कांग्रेस के खिलाफ बगावत की।
राहत उपाय और मुआवजा:
हेम डागर ने किसानों के लिए कई महत्वपूर्ण राहत उपाय किए। उन्होंने हुड्डा सरकार और भजनलाल सरकार के कार्यों की तुलना की और बताया कि हुड्डा सरकार ने किसानों के 1600 करोड़ रुपए के बिजली बिल माफ किए और छोटे दुकानदारों और ग्रामीण दस्तकारों के कर्ज पर ब्याज माफ किया। इसके अलावा, गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 138 रुपए क्विंटल किया, जो देश में सबसे ज्यादा था।
निष्कर्ष:
चौ. हेम डागर का किसान कल्याण में योगदान न केवल उनके संघर्ष और मेहनत को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि एक सच्चा नेता कैसे किसानों के अधिकारों और कल्याण के लिए काम कर सकता है। उनकी अथक प्रयासों ने किसानों की समस्याओं का समाधान किया और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए।